Moral story in hindi
सुंदर घर
आपका हमारी वेबसाइट पैटल स्टोरीज पर स्वागत है जहां आप को बच्चों की मनोरंजक कहानियां पढ़ने को मिलेगी .आज की कहानी का शीर्षक है सुंदर घर। और इस कहानी me आप देखेंगे की कैसे एक प्रतियोगिता ma एक प्रतियोगी ने दूसरे प्रतियोगी को जाल में फ़साने के चक्कर में उसी का फ़ायदा kra दया। अगर आपको यह कहानी नहीं पढ़ना चाहते तो आप इसे सुन भी सकते है।
सुंदर घर
गोविंदगढ़ नाम का एक राज्य था , जहां महल में एक मगन सिंह नाम का मंत्री था, जो राजा के सभी कार्यक्रमों का संचालन करता था.राजा को कहीं भी जाना हो, कोई भी कार्यक्रम हो, महल में या राज्य में, सभी जगह राजा के रहने खाने-पीने या साज सज्जा सभी कार्यों की देखरेख मगन सिंह ही करता था.इस कार्य को वह बहुत ही खूबसूरती से अंजाम देता था। समय बीतता गया और मानसिंह की उम्र भी काफी हो गई.अब मान सिंह भी शरीर से कमजोर होने लगा था। तो राजा के सामने मान सिंह की जगह किसी अन्य लायक व्यक्ति की खोज की आवश्यकता हुई । मंत्रियों से सलाह मशविरा हुआ.यह तय हुआ कि राज्य में मुनादी करवा दी जाएगी जो व्यक्ति राजा के लिए एक सुंदर घर बनाएगा उसे ही मान सिंह की जगह दी जाएगी.घर बनाने की जगह भी उसे स्वयं ही तय करनी होगी.लोगों ने बढ़ छड़ कर प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। अंत में चार लोगों के बनाए घरों को चुना गया, जिसमें एक ने पहाड़ी पर, दूसरे ने जंगल में, तीसरे ने नदी किनारे और चौथे व्यक्ति ने खेत पर ,अपने अपने हिसाब से सुंदर घर का निर्माण किया। सभी राजा के सामने उपस्थित हुए। तय हुआ कि सभी अपने बनाए हुए घर के बारे में बताएं कि उस घर के क्या फायदे हैं। तो पहाड़ी पर घर बनाने वाले ने बताया कि पहाड़ी पर घर से चारों और सुंदर दृश्य देखने को मिलते हैं, शुद्ध और ठंडी हवा भी आती है। जंगल में घर बनाने वाले ने बताया कि जंगल में घर से पक्षियों की मधुर चहचाहट सुनने को मिलती है , जंगल में मौजूद पेड़ों की श्रद्धा और ठंडी हवा आती है और कई तरह के मीठे फलों का भी आनंद लिया जा सकता है। नदी पर घर बनाने वाले ने नदी किनारे लकड़ी के डंडे पर टिका रखा था.
उसने बताया कि इस घर पर रहने से हर समय शुद्ध ठंडी हवा आती रहेगी। खेत पर घर बनाने वाले ने कहा सुंदर लहर आती फसलें देखने को मिलेगी और किसान अपने खेत पर नजर भी रख सकता है। सभी की बातें सुनकर तय हुआ कि अब सभी चारों एक दूसरे के बनाए घर की कमियां बताएंगे। खेत वाले ने जंगल वाले के लिए कहा कि जंगल में घर से हर समय जंगली जानवरों का भय बना रहेगा। अतः वे सुरक्षित नहीं है.जंगल वाले ने खेत वाले के लिए कहा कि खेत में बनाएं घर के आसपास जब खाद डाली जाएगी तू काफी बदबू घर में फैल जाएगी और जब फसल कटने का समय होगा तुम मच्छरों की बाढ़ आ जाएगी। तो इससे भी कोई फायदा नहीं है.दोनों की बातें सुनकर दरबार में दोनों को ही प्रतियोगिता से बाहर कर देते हैं.अब बाकी बचे दो घरों में प्रतियोगीता का विजेता घोषित करने के लिए दोनों ही व्यक्तियों को कल सेठ दरबार में बुलाया। तो उसी रात पहाड़ी वाले ने सोचा कि क्यों ना मैं नदी वाले घर के डंडो को कमजोर कर दो ताकि वह हार जाए और वह नदी वाले घर के डंडो को कमजोर कर देता है। अगले दिन, नदी वाले ने पहाड़ी वाले घर के बारे में बताया कि यदि भूकंप आया तो पूरा घर तहस-नहस हो सकता है। पहाड़ पर गर्म होने से बाहर घूमने पर नीचे गिरने का भी डर बना रहता है। पहाड़ी वाले ने नदी वाले घर के बारे में बताया कि नदी पर घर होने से घर के बहने का खतरा बना रहता है पानी में मगरमच्छ भी रहते हैं जो रहने वाले के लिए भी खतरा बना रहेगा। राजा ने नदी वाले घर और पहाड़ी वाले घर को देखने का निश्चय किया पहले पहाड़ी वाले घर को देखा बाद में नदी वाले घर पर गए जैसे ही राजा नदी वाले घर में घुसे घर जीन डंडों पर टिका था कमजोर होने के कारण वह टूट गया।
लेकिन घर पानी में डूबा नहीं बल्कि तैरने लगा। नदी पर घर बनाने वाले ने उसे ऐसा आकार दिया था कि पानी में उतरने पर वह घर तैरने लगे और उसे जमीन से रसों से ऐसे बांध कर रखा था कि वह घर नदी किनारे से दूर ना जा सके। राजा को उसकी यह कलाकारी बहुत पसंद आई और उसे ही मान सिंह का स्थान दिया गया सभी को राजा का यह निर्णय पसंद आया।
सुंदर घर
गोविंदगढ़ नाम का एक राज्य था , जहां महल में एक मगन सिंह नाम का मंत्री था, जो राजा के सभी कार्यक्रमों का संचालन करता था.राजा को कहीं भी जाना हो, कोई भी कार्यक्रम हो, महल में या राज्य में, सभी जगह राजा के रहने खाने-पीने या साज सज्जा सभी कार्यों की देखरेख मगन सिंह ही करता था.इस कार्य को वह बहुत ही खूबसूरती से अंजाम देता था। समय बीतता गया और मानसिंह की उम्र भी काफी हो गई.अब मान सिंह भी शरीर से कमजोर होने लगा था। तो राजा के सामने मान सिंह की जगह किसी अन्य लायक व्यक्ति की खोज की आवश्यकता हुई । मंत्रियों से सलाह मशविरा हुआ.यह तय हुआ कि राज्य में मुनादी करवा दी जाएगी जो व्यक्ति राजा के लिए एक सुंदर घर बनाएगा उसे ही मान सिंह की जगह दी जाएगी.घर बनाने की जगह भी उसे स्वयं ही तय करनी होगी.लोगों ने बढ़ छड़ कर प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। अंत में चार लोगों के बनाए घरों को चुना गया, जिसमें एक ने पहाड़ी पर, दूसरे ने जंगल में, तीसरे ने नदी किनारे और चौथे व्यक्ति ने खेत पर ,अपने अपने हिसाब से सुंदर घर का निर्माण किया। सभी राजा के सामने उपस्थित हुए। तय हुआ कि सभी अपने बनाए हुए घर के बारे में बताएं कि उस घर के क्या फायदे हैं। तो पहाड़ी पर घर बनाने वाले ने बताया कि पहाड़ी पर घर से चारों और सुंदर दृश्य देखने को मिलते हैं, शुद्ध और ठंडी हवा भी आती है। जंगल में घर बनाने वाले ने बताया कि जंगल में घर से पक्षियों की मधुर चहचाहट सुनने को मिलती है , जंगल में मौजूद पेड़ों की श्रद्धा और ठंडी हवा आती है और कई तरह के मीठे फलों का भी आनंद लिया जा सकता है। नदी पर घर बनाने वाले ने नदी किनारे लकड़ी के डंडे पर टिका रखा था.
उसने बताया कि इस घर पर रहने से हर समय शुद्ध ठंडी हवा आती रहेगी। खेत पर घर बनाने वाले ने कहा सुंदर लहर आती फसलें देखने को मिलेगी और किसान अपने खेत पर नजर भी रख सकता है। सभी की बातें सुनकर तय हुआ कि अब सभी चारों एक दूसरे के बनाए घर की कमियां बताएंगे। खेत वाले ने जंगल वाले के लिए कहा कि जंगल में घर से हर समय जंगली जानवरों का भय बना रहेगा। अतः वे सुरक्षित नहीं है.जंगल वाले ने खेत वाले के लिए कहा कि खेत में बनाएं घर के आसपास जब खाद डाली जाएगी तू काफी बदबू घर में फैल जाएगी और जब फसल कटने का समय होगा तुम मच्छरों की बाढ़ आ जाएगी। तो इससे भी कोई फायदा नहीं है.दोनों की बातें सुनकर दरबार में दोनों को ही प्रतियोगिता से बाहर कर देते हैं.अब बाकी बचे दो घरों में प्रतियोगीता का विजेता घोषित करने के लिए दोनों ही व्यक्तियों को कल सेठ दरबार में बुलाया। तो उसी रात पहाड़ी वाले ने सोचा कि क्यों ना मैं नदी वाले घर के डंडो को कमजोर कर दो ताकि वह हार जाए और वह नदी वाले घर के डंडो को कमजोर कर देता है। अगले दिन, नदी वाले ने पहाड़ी वाले घर के बारे में बताया कि यदि भूकंप आया तो पूरा घर तहस-नहस हो सकता है। पहाड़ पर गर्म होने से बाहर घूमने पर नीचे गिरने का भी डर बना रहता है। पहाड़ी वाले ने नदी वाले घर के बारे में बताया कि नदी पर घर होने से घर के बहने का खतरा बना रहता है पानी में मगरमच्छ भी रहते हैं जो रहने वाले के लिए भी खतरा बना रहेगा। राजा ने नदी वाले घर और पहाड़ी वाले घर को देखने का निश्चय किया पहले पहाड़ी वाले घर को देखा बाद में नदी वाले घर पर गए जैसे ही राजा नदी वाले घर में घुसे घर जीन डंडों पर टिका था कमजोर होने के कारण वह टूट गया।
लेकिन घर पानी में डूबा नहीं बल्कि तैरने लगा। नदी पर घर बनाने वाले ने उसे ऐसा आकार दिया था कि पानी में उतरने पर वह घर तैरने लगे और उसे जमीन से रसों से ऐसे बांध कर रखा था कि वह घर नदी किनारे से दूर ना जा सके। राजा को उसकी यह कलाकारी बहुत पसंद आई और उसे ही मान सिंह का स्थान दिया गया सभी को राजा का यह निर्णय पसंद आया।
4 comments:
what is the moral?
Rhat u have to think
nice story!!!
Is it a challenge??
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